सूरज की किरणें कहलाती है धूप
धूप से रखो गहरा नाता,
इसके बिना जीवन खराब हो जाता l
ये है हमारे आसपास प्रचुर
फिर भी हम इससे है दूर,
सुबह- सुबह की धूप निराली
कम कपडे में लेने से होती नहीं बीमारी l
जल-थल-हवा से बनी प्रक्रति
जिसका हम जी भर करते उपयोग,
तो फिर सूर्य की किरणों का भी क्यों करते नहीं उपभोग ?
विज्ञान कहता है यह है विटामिन D से भरपूर
तनाव, मधुमेंह, कैंसर को करें ये चकनाचूर l
एक सूर्य करता अन्धकार जगत का दूर,
सोचो धूप में कितनी ताकत है हुजुर ?
धूप से निकला पसीना
करे शरीर स्वच्छ-स्वस्थ,
फिर भी लगे हमें धूप से डर, चारदिवारी में हुये हैं बंद
ताकि ख़राब नाहो रूप-रंग।
कम कपडे और ६० मिनिट की धूप
करदे तन-मन दुरुस्त,
तो खाओ धूप, न भागो दूर l
WRITTEN BY
Dr. Anurekha Jain
Founder of Anokhi care