2016 में बीआर नहाटा कॉलेज आफ फार्मेसी की तत्कालीन प्रधानाचार्य डॉक्टर अनुरेखा जैन ने सरदार शहर में आयोजित अन लर्निंग कॉन्फ्रेंस में कपड़े के सेनेटरी पैड के विकल्प के बारे में जाना ।”अनोखी मानव सेवा समिति “की स्थापना कर महिलाओं के शारीरिक एवं मानसिक जागरूकता अभियान को बल दिया । अब तक लगभग 2000 महिलाओं को डिस्पोजेबल सेनेटरी नैपकिन के विकल्प के रूप में सूती कपड़े से बने नए सेनेटरी पैड बनाने एवं बिक्री करने के रोजगार के कई अवसर दिए हैं ।
उनके प्रयासों से आज अमेज़न एवं फ्लिपकार्ट जैसे शॉपिंग पोर्टल पर भी अनोखी सेनेटरी क्लॉथ पैड बेचे जाते हैं ।स्त्रियों के जीवन में बड़े बदलाव की बड़ी सोच वाली डॉक्टर अनुरेखा जैन को चेतना हीरो का सम्मान देकर चेतना टीम स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही है #चेतना #RotiBank अगर आप अपने आप को सामाजिक बदलावों के अग्रदूत मानते है और बदलाव के पक्षधर है तो इन नायकों के बारे में अवश्य इस पोस्ट को आगे शेयर कीजिए। आभार